मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जंगलों की अंधाधुंध कटाई कर रही है और लकड़ी बेचकर प्राकृतिक संसाधनों को नुकसान पहुंचा रही है।
आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
कंगना वीरवार को मनाली के आपदा प्रभावित इलाकों के दौरे पर पहुंचीं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह आपदा प्रदेश के लिए सबसे बड़ी विपदा है। पर्यटन उद्योग पूरी तरह ठप हो गया है और हालात बेहद खराब हैं।
उन्होंने बताया— “मेरा भी मनाली में घर और रेस्टोरेंट है। कल रेस्टोरेंट में सिर्फ 50 रुपये की सेल हुई है, जबकि कर्मचारियों की तनख्वाह पर हर महीने लगभग 15 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं।”
राहत राशि और भ्रष्टाचार के आरोप
कंगना ने आगे कहा कि आपदा के बाद केंद्र सरकार ने तुरंत 200 करोड़ रुपये एनएचएआई को दिए ताकि सड़कें जल्द खुल सकें। साथ ही, केंद्र की ओर से प्रदेश को करीब 10 हजार करोड़ रुपये की सहायता राशि भी मिली है।
लेकिन उनका आरोप है कि हिमाचल सरकार इन पैसों का सही इस्तेमाल नहीं कर रही। राहत का पैसा अन्य कार्यों में डायवर्ट किया जा रहा है। भ्रष्टाचार की आशंका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जता चुके हैं।
जिम्मेदारी पर दिया बयान
कंगना ने कहा कि एक सांसद के तौर पर उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी केंद्र से ज्यादा से ज्यादा सहायता राशि लाना है। उन्होंने साफ किया कि वह खुद मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगी ताकि इस मामले में कार्रवाई हो और लोगों को वास्तविक मदद मिल सके।