वॉशिंगटन। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिज़र्व (US Fed) ने लगातार नौ महीने बाद ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया है। बुधवार को फेड ने 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की कमी करते हुए फेडरल फंड्स रेट को 4% से 4.25% की नई रेंज में कर दिया।
यह कदम पहले से अनुमानित था, लेकिन इसके साथ ही कई तरह की अनिश्चितताएँ भी सामने आई हैं।
आगे क्या होगा?
फेड की ताज़ा प्रोजेक्शंस के अनुसार:
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19 में से 9 सदस्यों का मानना है कि साल 2025 के बचे हुए महीनों में ब्याज दरों में और 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो सकती है, जिससे यह दरें 3.5% से 4% के बीच आ जाएंगी।
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वहीं, 6 सदस्य मानते हैं कि इस साल अब और कटौती की संभावना नहीं है।
फेड चेयरमैन पॉवेल का बयान
फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा –
"यह तय करना आसान नहीं है कि आगे क्या करना चाहिए। अब कोई भी रास्ता पूरी तरह सुरक्षित नहीं है।"
ट्रंप फैक्टर की चर्चा
इस फैसले में अमेरिकी राजनीति का असर भी देखा जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रभाव की झलक अब आर्थिक नीतियों में दिखने लगी है। इससे आने वाले समय में फेडरल रिज़र्व की स्वतंत्रता और निर्णयों पर और बहस तेज़ हो सकती है।