हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में गुरुवार को भीषण भूस्खलन ने बड़ा हादसा कर दिया।
लगातार बारिश के कारण इन्नर अखाड़ा बाजार इलाके में तीन मकान मलबे में दब गए। हादसे के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। राहत और बचाव कार्य के दौरान अब तक चार लोगों को बाहर निकाला गया है, जबकि एक शव बरामद किया गया।
हादसे के बाद हालात
भूस्खलन के तुरंत बाद प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। आशंका जताई जा रही है कि मलबे में अब भी कुछ लोग दबे हो सकते हैं। लगातार हो रही बारिश राहत कार्य में बाधा डाल रही है और खतरे को और बढ़ा रही है।
पिछले दिन भी ढही इमारत
गौर करने वाली बात यह है कि इसी इलाके में एक दिन पहले भी दो मंजिला इमारत ढह गई थी। लगातार हो रही बारिश से पहाड़ों में दरारें बढ़ रही हैं, जिससे लोगों में डर का माहौल है।
उत्तर भारत में संकट
हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि उत्तर भारत के कई राज्य इस समय प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे हैं।
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उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में बाढ़ और भूस्खलन से हालात बेहद खराब हैं।
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20 जून से 30 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में 91 बार बाढ़, 45 बार बादल फटने और 95 बड़े भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं।
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भाखड़ा नांगल डैम लबालब भरा हुआ है और गोविंद सागर झील भी खतरे के निशान को पार कर चुकी है।
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मौसम विभाग ने कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे मनाली समेत पर्यटन स्थलों पर दहशत का माहौल है।