मोहाली की अदालत ने नर्स नसीब कौर (23) की हत्या के मामले में बर्खास्त एएसआई रशपाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि अपराध की गंभीरता को देखते हुए दोषी पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा अन्य मामलों में भी उसे कठोर दंड दिया गया है।
Rashtra View की विशेष रिपोर्ट के अनुसार, रशपाल और नसीब लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। नसीब उस पर शादी का दबाव बना रही थी, जिससे परेशान होकर रशपाल ने शराब के नशे में उसकी हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को तालाब के किनारे फेंक दिया। पुलिस ने मोबाइल चैट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह साबित हुआ कि नसीब की गला घोंटकर हत्या की गई थी और उसकी गर्दन की हड्डी भी टूट गई थी। नसीब पंचकूला के एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स थी और हत्या से दो सप्ताह पहले ही मोहाली आई थी।
यह मामला न केवल व्यक्तिगत रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि विश्वास और दबाव किस हद तक विनाशकारी साबित हो सकते हैं। Rashtra View इस घटना को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रहा है कि मानसिक स्वास्थ्य, संबंधों की स्पष्टता और समय पर मदद कितनी आवश्यक है।
✅ मुख्य बातें – Rashtra View की रिपोर्ट:
✔ लिव-इन रिश्तों में पारदर्शिता और समझ की कमी त्रासदी का कारण बन सकती है
✔ शादी के दबाव और मानसिक तनाव पर ध्यान देना जरूरी
✔ अपराध की रोकथाम में तकनीकी साधनों की भूमिका – मोबाइल चैट और सीसीटीवी से खुलासा
✔ समाज में जागरूकता और मानसिक स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता
Rashtra View मानता है कि इस तरह की घटनाओं से समाज को सीख लेनी चाहिए और समय रहते मानसिक तनाव, संबंधों में विवाद और सुरक्षा से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर चर्चा करनी चाहिए। यह घटना चेतावनी है कि संबंधों में दबाव और असहजता को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।