पंजाब में आई बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं। राज्य के कई इलाकों में लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस संकट से निपटने के लिए पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने विधानसभा में सभी 117 विधायकों से अपील की कि वे राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर एकजुट हों और केंद्र सरकार से राहत पैकेज की मांग करें।
अमन अरोड़ा ने चर्चा के दौरान कहा कि पिछली सरकारों – चाहे वह कांग्रेस हो या अकाली-भाजपा – की गलत नीतियों के कारण जल प्रबंधन कमजोर रहा, जिससे बाढ़ की समस्या और बढ़ गई। उन्होंने कहा कि अब समय है कि सभी राजनीतिक दल मिलकर दीर्घकालिक जल प्रबंधन सुधारों पर काम करें ताकि भविष्य में ऐसी तबाही से बचा जा सके।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस और अकाली-भाजपा सरकारों ने गलत निर्णय लिए, जैसे कि ब्यास नदी के एक हिस्से को रामसर साइट घोषित करना, जिससे बाढ़ प्रबंधन और भी कठिन हो गया।
कांग्रेस नेता परगट सिंह ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि पंजाब को एक राजनीतिक लड़ाई दिल्ली तक ले जानी होगी, ताकि प्रभावित लोगों को सही मुआवजा और मदद मिल सके।
यह साफ है कि पंजाब के लोगों की भलाई के लिए राजनीतिक दलों को साथ आना होगा और केंद्र सरकार से त्वरित राहत पैकेज की मांग करनी होगी।