पंजाब इस समय हाल के वर्षों की सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहा है। लगातार हो रही बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। पिछले एक हफ्ते में कम से कम 29 लोगों की जान जा चुकी है और हज़ारों परिवार बेघर हो गए हैं।
पीएम मोदी ने लिया हालात का जायज़ा
सोमवार को चीन दौरे से लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से फोन पर बात की और स्थिति की जानकारी ली। इससे साफ है कि राज्य में हालात कितने गंभीर हैं।
सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाके
भारी बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण 10 से अधिक जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
-
अगस्त में ही पंजाब में 253.7 मिमी बारिश दर्ज की गई,
-
जो सामान्य से 74% अधिक है,
-
और यह पिछले 25 वर्षों में सबसे अधिक है।
सीएम भगवंत मान की चेतावनी
मुख्यमंत्री मान ने चेतावनी दी है कि अगर बारिश का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा, तो हालात और भी खराब हो सकते हैं। राज्य सरकार ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन तबाही का पैमाना लगातार बढ़ रहा है।
आगे की चुनौती
पंजाब के लोगों के सामने अब घर-बार और रोज़गार को दोबारा बसाने की चुनौती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस संकट से निपटने के लिए दीर्घकालिक बाढ़ प्रबंधन योजना बनाना बेहद ज़रूरी है।