बठिंडा। पंजाब में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है। शनिवार को बीते 24 घंटों में तीन और लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद अब तक कुल 46 लोगों की जान जा चुकी है।
गांवों में बढ़ रहा खतरा
राज्य के कई इलाकों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इस बीच 48 और गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। प्रारंभिक आकलन के मुताबिक, अब तक करीब 17,445 हेक्टेयर (4.36 लाख एकड़) फसलें नष्ट हो चुकी हैं। अकेले गुरदासपुर जिले में ही 40,169 हेक्टेयर (1 लाख एकड़ से अधिक) फसलें बर्बाद हुई हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित जिले
कुल 23 जिलों के 1,998 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें सबसे ज्यादा असर गुरदासपुर जिले पर पड़ा है, जहां 329 गांव डूबे हुए हैं और करीब 1.45 लाख लोग प्रभावित हैं। अमृतसर में 1.35 लाख से ज्यादा लोग, फिरोजपुर में 38,000 और फाजिल्का में 24,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
बचाव और राहत कार्य
अब तक प्रशासन और बचाव दलों ने 22,854 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इनमें से सबसे ज्यादा 5,581 लोगों को गुरदासपुर से रेस्क्यू किया गया है। सरकार की ओर से अब तक 219 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें से 139 अभी सक्रिय हैं। इन शिविरों में वर्तमान में 6,131 लोग शरण लिए हुए हैं।
पशुधन और मकानों का नुकसान
अधिकारियों का कहना है कि पशुधन और मकानों को भी भारी नुकसान हुआ है, लेकिन इसका सही आकलन तभी हो पाएगा जब बाढ़ का पानी उतरने लगेगा।