भारतीय परिधान की खूबसूरती और विरासत को आधुनिक स्पर्श देने वाली डिजाइनर ऐश्वर्या राय सरकार (Aishwarya Rai Sarkar) ने अपने ब्रांड “ARS” के माध्यम से एक अनोखी कहानी गढ़ी है — एक ऐसी कहानी जो भारतीय परंपरा, नारीत्व और स्टाइल का उत्सव मनाती है।
💫 “ARS” — विरासत को समर्पित एक सफर
ऐश्वर्या कहती हैं —
“ARS मेरी विरासत को समर्पित है। इस ब्रांड का हर कलेक्शन भारत की टेक्सटाइल परंपरा का जश्न मनाने के लिए बड़ी सोच और संवेदना के साथ तैयार किया गया है। मेरा उद्देश्य ऐसे परिधान बनाना है जो सदाबहार हों — आधुनिक भी और परंपरागत भी।”
हर डिज़ाइन में भारतीय संस्कृति की आत्मा बसती है — चाहे वह बनारसी ब्रोकेड हो, कोटा डोरिया की महीन बुनाई, या दक्षिण भारत के कांचीवरम की चमक। हर साड़ी एक कहानी कहती है, जो भारतीय स्त्री की गरिमा और आत्मविश्वास को दर्शाती है।
🌊 समुद्र की लय और अनुशासन से प्रेरणा
ऐश्वर्या का बचपन एक नौसेना अधिकारी की बेटी के रूप में अनुशासन और सादगी के वातावरण में बीता। वह कहती हैं —
“मेरे पिता की समुद्री दुनिया में अनुशासन था, और वही लय मेरे जीवन में भी उतर गई। मेरी माँ, जो एक स्कूल टीचर थीं, साड़ी में लिपटी अपनी ज़िम्मेदारियों और सौम्यता का सुंदर मेल थीं। उनके व्यक्तित्व ने मुझे सिखाया कि परिधान सिर्फ कपड़ा नहीं, बल्कि एक पहचान है।”
👵 नानी से मिली साड़ियों की विरासत
उनकी नानी, एक फौजी अफसर की पत्नी, हमेशा साड़ी को अपना “गौरव और कवच” मानती थीं।
हर नई पोस्टिंग के साथ अलग-अलग राज्यों की साड़ियाँ उनके जीवन का हिस्सा बनती गईं — कभी कोलकाता की तसर, तो कभी असम की मूगा सिल्क या राजस्थान का बंदhej।
ऐश्वर्या बताती हैं कि यही विविधता उनके डिज़ाइन की जड़ बनी —
“उन्हें देखकर साड़ियों के प्रति मेरा प्रेम चुपचाप बढ़ता गया — पहले एक प्रशंसा के रूप में, और फिर अपनी जड़ों से जुड़ाव के रूप में।”
🧵 ARS: जहाँ परंपरा मिलती है अंदाज़ से
ARS का हर परिधान सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि भावना है —
यह उस भारतीय स्त्री की कहानी कहता है जो बदलते समय के साथ भी अपनी परंपराओं को दिल से जोड़े रखती है।
ऐश्वर्या का लक्ष्य भारतीय टेक्सटाइल को वैश्विक मंच पर नई पहचान देना है — ऐसा स्टाइल जो न केवल सलीकेदार हो, बल्कि सांस्कृतिक गहराई भी रखे।
