चंडीगढ़ को दहलाने की साजिश नाकाम: दिवाली पर धमाका करने की थी तैयारी
चंडीगढ़ जैसे शांत और सुरक्षित शहर को दहलाने की एक बड़ी साजिश को पंजाब पुलिस ने विफल कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते एक ऐसे आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया, जो पाकिस्तान से आए विस्फोटक पदार्थों के ज़रिए शहर में धमाका करने की योजना बना रहा था।
💣 2.5 किलो RDX पाकिस्तान से भेजा गया था
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर ड्रोन के ज़रिए 2.5 किलो RDX, IED और पिस्तौल को अजनाला के पास भारतीय सीमा में गिराया गया था।
यह विस्फोटक दिवाली के दौरान चंडीगढ़ में धमाका करने के लिए इस्तेमाल होना था।
स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने इस साजिश को नाकाम कर दिया। गिरफ्तार आरोपी मनप्रीत सिंह उर्फ़ टिड्डी, जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़ा हुआ है, ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
🕵️♂️ विदेशों में बैठे आतंकी दे रहे थे निर्देश
मनप्रीत सिंह ने जांच के दौरान बताया कि उसे यह सारा विस्फोटक यूके और आर्मेनिया में बैठे आतंकियों से निर्देश मिलने के बाद मिला था।
उसने यह भी स्वीकार किया कि सख्त सुरक्षा जांच के चलते वह समय पर विस्फोटक को हटाने में असमर्थ रहा।
पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया, जहां से उसे दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
📱 ISI और गैंगस्टर नेटवर्क से था सीधा संपर्क
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि टिड्डी का सीधा संपर्क हरविंदर सिंह उर्फ़ रिंदा से था, जो पाकिस्तान में रहकर BKI संगठन को चला रहा है।
उसी के कहने पर यह IED चंडीगढ़ भेजा जाना था।
मनप्रीत के मोबाइल फोन की जांच में यह भी सामने आया है कि उसका संपर्क अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में बैठे कई गैंगस्टरों से भी था।
⚖️ आरोपी पर पहले से हैं केस दर्ज
मनप्रीत सिंह के खिलाफ पहले से ही गुरदासपुर जिले में आर्म्स एक्ट के दो मामले दर्ज हैं।
वह करीब डेढ़ साल जेल में रह चुका है, जहां उसकी मुलाकात आतंकवादी हरविंदर रिंदा से हुई थी।
यहीं से उसका आतंकी संगठनों और विदेशी नेटवर्क से सीधा रिश्ता बन गया।
🛡️ सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
चूंकि यह साजिश दिवाली जैसे बड़े पर्व पर की जानी थी, इसीलिए सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे पंजाब और चंडीगढ़ में सतर्कता बढ़ा दी है।
ड्रोन मूवमेंट, बॉर्डर इलाकों और संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी भी आतंकी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।
