आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए रोमांचक मुकाबले से पहले कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
टॉस के दौरान भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पाकिस्तान टीम की कप्तान फातिमा सना से हाथ नहीं मिलाया।
इस घटना के बाद “नो हैंडशेक पॉलिसी” एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है।
🏏 भारत ने किया एक बदलाव, अमनजोत कौर बीमार
भारतीय टीम ने इस मुकाबले के लिए अपनी प्लेइंग-11 में एक बदलाव किया।
अमनजोत कौर बीमार होने के कारण इस मैच का हिस्सा नहीं बन सकीं और उनकी जगह रेणुका सिंह को शामिल किया गया।
मुकाबला 5 अक्टूबर (रविवार) को कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया, जिसमें पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
🤝 BCCI का रुख साफ — “हैंडशेक का कोई निर्देश नहीं”
इस विवाद पर भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के सचिव देवजीत सैकिया ने पहले ही बयान जारी कर दिया था।
उन्होंने कहा था —
“बोर्ड की ओर से खिलाड़ियों को पाकिस्तान टीम से हाथ मिलाने का कोई निर्देश नहीं दिया गया है। पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हमारा फोकस सिर्फ खेल पर है।”
यानि भारतीय टीम का ध्यान खेल पर केंद्रित है, न कि प्रतीकात्मक औपचारिकताओं पर।
⚡ सोशल मीडिया पर चर्चा तेज़
हरमनप्रीत कौर का यह कदम सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
कई क्रिकेट फैंस इसे देश के सम्मान से जोड़कर देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे खेल भावना के विपरीत बता रहे हैं।
हालांकि, हरमनप्रीत कौर की ओर से इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।
🧠 पृष्ठभूमि — “नो हैंडशेक पॉलिसी” का इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक तनाव के चलते क्रिकेट के मैदान पर भी यह पॉलिसी लागू रहती है।
पिछले कुछ वर्षों से भारत की पुरुष और महिला टीमें पाकिस्तान के खिलाड़ियों के साथ हैंडशेक नहीं करतीं,
बल्कि केवल टीम स्पोर्ट्समैनशिप के तौर पर सिर झुका कर या हल्की मुस्कान से अभिवादन करती हैं।
📌 मुख्य बातें एक नजर में
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🏏 भारत-पाकिस्तान महिला वर्ल्ड कप मैच में “नो हैंडशेक पॉलिसी” जारी
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🩺 अमनजोत कौर बीमार, रेणुका सिंह शामिल
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🎙️ BCCI ने कहा — “खेल पर है फोकस, पॉलिसी में बदलाव नहीं”
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🌍 सोशल मीडिया पर हरमनप्रीत की तारीफ और आलोचना दोनों
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🇮🇳 खेल भावना और राष्ट्रीय दृष्टिकोण के बीच बहस जारी