हरियाणा पुलिस के शीर्ष अधिकारी डीजीपी शत्रुजीत कपूर को आत्महत्या मामले में नाम आने के बाद छुट्टी पर भेजा जा सकता है। राज्य सरकार आज ही नए कार्यवाहक डीजीपी (Officiating DGP) के नाम की घोषणा कर सकती है।
यह कदम एडीजीपी वाई. पूरण कुमार की आत्महत्या के बाद बढ़ते राजनीतिक और प्रशासनिक दबाव के बीच उठाया जा रहा है।
💥 चंडीगढ़ में एडीजीपी वाई. पूरण कुमार का शव मिला
बीते सप्ताह हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एडीजीपी वाई. पूरण कुमार का शव उनके चंडीगढ़ स्थित आवास पर मिला था। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला माना जा रहा है।
मृतक अधिकारी द्वारा छोड़े गए नौ पन्नों के सुसाइड नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों, जिनमें डीजीपी शत्रुजीत कपूर का भी नाम शामिल है, पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
📜 सुसाइड नोट में दर्ज चौंकाने वाले खुलासे
सूत्रों के मुताबिक, वाई. पूरण कुमार ने अपने सुसाइड नोट में कार्यस्थल पर मिले व्यवहार और मानसिक दबाव का ज़िक्र किया है।
नोट के अंतिम पन्ने में उन्होंने अपनी सभी संपत्ति अपनी पत्नी के नाम करने की इच्छा भी व्यक्त की है।
जांच एजेंसियों ने सुसाइड नोट को एक महत्वपूर्ण साक्ष्य माना है और उसकी हर लाइन का फॉरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है।
🔍 फॉरेंसिक जांच और साक्ष्य एकत्रित
चंडीगढ़ पुलिस की टीम ने एडीजीपी के निवास पर फॉरेंसिक जांच की है। घर से कई डिजिटल और हस्तलिखित दस्तावेज़ जब्त किए गए हैं।
पूरे घर की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई है ताकि किसी भी साक्ष्य को छोड़ा न जाए।
फिलहाल पुलिस टीम यह जांच कर रही है कि आत्महत्या से पहले अधिकारी ने किन लोगों से संपर्क किया था और क्या किसी ने उन पर दबाव डाला था।
⚖️ सरकार पर बढ़ा दबाव
इस घटना के बाद राज्य सरकार पर कड़ा दबाव है कि वह इस मामले में पारदर्शी जांच सुनिश्चित करे।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री कार्यालय और गृह विभाग ने इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
सरकार जल्द ही एक नए कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति की घोषणा कर सकती है ताकि जांच निष्पक्ष रूप से आगे बढ़ सके।