बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत सोमवार को बठिंडा अदालत में पेश हुईं। यह पेशी वर्ष 2021 के किसान आंदोलन से जुड़े मानहानि के मामले में हुई।
कंगना रनौत ने अदालत से बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस पूरे मामले में एक गलतफहमी (Misunderstanding) हुई थी। उन्होंने कहा,
“मैं माता जी को संदेश देना चाहती हूं कि जो कुछ भी हुआ, वह गलतफहमी के कारण हुआ। मैं अपने सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि किसी मां के प्रति ऐसा कहा जाए। पंजाब और हिमाचल — दोनों ही प्रदेशों की माताएं मेरे लिए सम्माननीय हैं।”
कंगना ने बताया कि उन्होंने कभी किसी किसान या महिला का अपमान करने का इरादा नहीं रखा। यह मामला उस समय का है जब देश में किसान आंदोलन चल रहा था और उन्होंने केवल एक मीम (Meme) को रीट्वीट किया था।
उन्होंने कहा,
“मैंने केवल एक वकील की पोस्ट को रीट्वीट किया था। मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। फिर भी अगर किसी को मेरी वजह से दुख पहुंचा हो तो मैं माफी मांगती हूं।”
कंगना ने आगे बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर महिंदर कौर जी के पति से भी बात की थी और अपनी स्थिति स्पष्ट की थी।
🧓 मामला क्या था?
दरअसल, वर्ष 2021 में किसान आंदोलन के दौरान बठिंडा के नजदीक पिंड जंडिया गांव की 87 वर्षीय किसान महिला महिंदर कौर ने कंगना रनौत के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
कंगना पर आरोप था कि उन्होंने ट्वीट में यह कहा था कि “ये महिलाएं 100-100 रुपये लेकर धरने में पहुंच जाती हैं।”
इस ट्वीट के बाद देशभर में कंगना की आलोचना हुई थी। बाद में उन्होंने ट्वीट को डिलीट कर दिया था, लेकिन महिंदर कौर ने कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।
अब, अदालत में पेश होकर कंगना रनौत ने मामले को लेकर माफी मांग ली और कहा कि यह सब एक “मिसअंडरस्टैंडिंग” का नतीजा था।
📸 निष्कर्ष:
कंगना रनौत ने अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया कि उनका किसी का अपमान करने का इरादा नहीं था। उन्होंने सभी माताओं का सम्मान करते हुए मामले को सुलझाने की अपील की।
इस बयान के बाद यह मामला अब अदालत में अंतिम सुनवाई की ओर बढ़ सकता है।
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