पंजाब में मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक प्रदेश के कई इलाकों में लगातार तेज बारिश की संभावना है। इसके चलते 13 जिलों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
मौसम विभाग ने पंजाब के साथ जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया है। दोनों राज्यों के बांधों (डैम) में पानी का स्तर बढ़ने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के तौर पर डैम खाली किए जा रहे हैं, ताकि अतिरिक्त पानी को नियंत्रित किया जा सके।
🔹 किन जिलों में अलर्ट जारी हुआ
अमृतसर, गुरदासपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, होशियारपुर, कपूरथला, जालंधर, तरनतारन, मोगा, लुधियाना, रूपनगर, पटियाला और संगरूर जिलों में प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर ली है।
इन जिलों में रावी, ब्यास और सतलुज नदियों के किनारे बसे इलाकों में विशेष चौकसी रखी जा रही है। वहीं 11 जिलों — पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, अमृतसर, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, फरीदकोट, मोगा, फाजिल्का और मुक्तसर — में भारी बारिश और तेज हवाओं (40 km/h तक) की चेतावनी दी गई है।
🔹 मौसम विभाग की सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि भारी बारिश के दौरान घरों से बाहर न निकलें और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। साथ ही नदियों और नालों के किनारे जाने से परहेज करें। जिन इलाकों में जलभराव की संभावना है, वहां प्रशासन ने रेस्क्यू टीमें और हेल्पलाइन नंबर सक्रिय कर दिए हैं।
अमृतसर में जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर 0183-2229125 और अजनाला उपमंडल के लिए 01858-245510 जारी किए हैं।
डीसी साक्षी साहनी ने बताया कि फिलहाल दोनों नदियों का जलस्तर नियंत्रण में है, लेकिन ऊपरी क्षेत्रों में तेज बारिश होने पर पानी का स्तर बढ़ सकता है।
🔹 किसानों और ग्रामीणों को चेतावनी
प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे इस अवधि में अपने पशुओं को नदियों या जलस्रोतों के पास न ले जाएं, और खेतों के पास बने नालों से दूर रहें।
पहाड़ी इलाकों में बारिश की स्थिति को देखते हुए, अधिकारियों ने राहत दलों को अलर्ट कर दिया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाई जा सके।