हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है। राज्य में 5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक भारी बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी, तथा अन्य अनुकूल परिस्थितियों के कारण यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
इस दौरान प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए रहेंगे और कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
🔹 8 अक्टूबर तक बरसेंगे बादल
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने जानकारी दी है कि राज्य के अधिकांश जिलों में 8 अक्टूबर तक लगातार वर्षा होने का पूर्वानुमान है।
5 से 7 अक्टूबर के बीच बारिश की गतिविधि सबसे अधिक रहेगी, जबकि 6 अक्टूबर को बारिश अपने चरम पर होगी।
कुछ क्षेत्रों में इस दौरान गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि की संभावना भी जताई गई है।
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4 अक्टूबर: कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना।
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5 अक्टूबर: अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, कुछ जगहों पर भारी वर्षा।
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6 अक्टूबर: राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार।
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7 अक्टूबर: अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ जगहों पर भारी बारिश संभव।
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8 अक्टूबर: कुछ इलाकों में हल्की वर्षा जारी रहेगी।
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9 अक्टूबर से: पूरे प्रदेश में मौसम के साफ होने की संभावना है।
🔹 ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी होने के संकेत हैं।
यह बदलाव ठंड को एक बार फिर बढ़ा सकता है। तापमान में गिरावट आने के साथ सुबह और रातें सर्द हो सकती हैं।
पर्यटकों को सलाह दी गई है कि पहाड़ी इलाकों की यात्रा करते समय गरम कपड़े साथ रखें और मौसम की स्थिति को देखते हुए ही यात्रा की योजना बनाएं।
🔹 प्रशासन ने जारी की चेतावनी
राज्य प्रशासन ने जिला अधिकारियों को सतर्क कर दिया है। सभी रेस्क्यू और राहत दलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश या बर्फबारी के दौरान नदियों और नालों के पास न जाएं, और पहाड़ी सड़कों पर फिसलन से बचने के लिए सावधानी बरतें।
किसानों को सलाह दी गई है कि वे इस अवधि में फसलों की कटाई या सिंचाई के काम को स्थगित रखें ताकि नुकसान से बचा जा सके।