पंजाब की राजनीति में हलचल! बागी गुट को बड़ा झटका, SGPC के दो सदस्य लौटे मां पार्टी में
पंजाब की सियासत में इन दिनों बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) को एक बड़ी राहत तब मिली जब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के दो सदस्यों ने बागी धड़े को छोड़कर मां पार्टी में वापसी कर ली।
जानकारी के अनुसार, SGPC के सदस्य संत गुरमीत सिंह तिलोकेवाला और सरदार इंदरमोहन सिंह लखमीरवाला ने दोबारा शिरोमणि अकाली दल में शामिल होकर सुखबीर सिंह बादल पर अपना विश्वास जताया है।
🙏 सुखबीर बादल ने किया गर्मजोशी से स्वागत
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने दोनों नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया।
उन्होंने दोनों को सिरोपा (सम्मान का प्रतीक) देकर सम्मानित किया और कहा कि यह वापसी अकाली दल के प्रति विश्वास और समर्पण का प्रतीक है।
सुखबीर बादल ने कहा —
“जो लोग पार्टी से अलग हुए थे, उन्हें अब यह समझ आ गया है कि हमारे विरोधी केवल पंजाब को कमजोर करना चाहते हैं। हमें एकजुट होकर अपनी मां पार्टी को और मजबूत बनाना है।”
🗣️ बादल की अपील — “आओ, विरोधियों की चालों को पहचानो”
सुखबीर बादल ने बाकी नेताओं से भी अपील की कि वे एकजुटता और सेवा भावना के साथ पार्टी को मजबूत करें।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल सिखों की आवाज़ है और इस पार्टी को और ताकतवर बनाना ही पंजाब के विकास का रास्ता है।
🧭 राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, SGPC के दो सदस्यों की “घर वापसी” ने न सिर्फ बागी धड़े को झटका दिया है, बल्कि अकाली दल की स्थिति भी मजबूत की है। यह कदम आगामी चुनावों से पहले पार्टी में एकता का संकेत माना जा रहा है।
