चंडीगढ़ में मचा हंगामा! फर्जी दस्तखत मामले में पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस आमने-सामने
चंडीगढ़ में मंगलवार रात एक हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब पंजाब के रूपनगर (रूपनगरा) पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस एक-दूसरे के सामने आ गईं। मामला AAP विधायकों के फर्जी हस्ताक्षर से जुड़ा है।
जानकारी के मुताबिक, रूपनगर पुलिस राज्यसभा चुनावों के नामांकन में AAP के 10 विधायकों के फर्जी दस्तखत करने के आरोपित नवनीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने चंडीगढ़ पहुंची थी। लेकिन वहां चंडीगढ़ पुलिस ने नवनीत को सुरक्षा मुहैया कराई हुई थी।
🚨 गिरफ्तारी को लेकर दोनों पुलिस बलों में तकरार
घटना चंडीगढ़ की सुखना झील के पास की बताई जा रही है। जैसे ही रूपनगर पुलिस टीम वहां पहुंची, चंडीगढ़ पुलिस ने हस्तक्षेप किया, और दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई।
सूत्रों के अनुसार, स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि दोनों ओर से पिस्तौलें तक तान दी गईं।
रूपनगर पुलिस का दावा है कि उन्होंने कानूनी गिरफ्तारी वारंट के साथ कार्रवाई की, जबकि चंडीगढ़ पुलिस का कहना है कि नवनीत चतुर्वेदी सुरक्षा के तहत हैं और बिना उचित प्रक्रिया के उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
इस विवाद के बाद नवनीत को तुरंत एसपी कार्यालय ले जाया गया, जहां पूछताछ जारी है।
⚖️ क्या है मामला?
नवनीत चतुर्वेदी पर आरोप है कि उन्होंने AAP के 10 विधायकों के फर्जी दस्तखत कर राज्यसभा चुनाव के नामांकन पत्र दायर किए।
बाद में जांच के दौरान ये नामांकन रद्द कर दिए गए।
इसके बाद पंजाब पुलिस ने उनके खिलाफ रूपनगर सिटी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की थी।
🗣️ AAP नेता अमन अरोड़ा का बयान
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए AAP पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि,
“रूपनगर पुलिस कानूनी वारंट लेकर पहुंची थी, लेकिन केंद्र सरकार के इशारे पर चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपी को बचाने की कोशिश की।”
उन्होंने इसे राजनीतिक हस्तक्षेप बताते हुए कहा कि पंजाब में न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
