चंडीगढ़: पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में सोमवार को विभिन्न सामाजिक और जातीय संगठनों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के कारण ज़ीरकपुर-चंडीगढ़ हाइवे पर जबरदस्त ट्रैफिक जाम लग गया। पुलिस द्वारा सुरक्षा के मद्देनज़र की गई नाकाबंदी और बॉर्डर सीलिंग के चलते सुबह से ही हजारों वाहन हाइवे पर फंसे रहे।
सुबह ऑफिस और स्कूल-कॉलेज जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई अभ्यर्थी, जो परीक्षा देने जा रहे थे, ट्रैफिक में घंटों तक फंसे रहे।
🚨 पुलिस की सख्ती और ट्रैफिक व्यवस्था
चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब पुलिस ने संयुक्त रूप से सुरक्षा को देखते हुए यूनिवर्सिटी जाने वाले सभी मार्गों पर नाकाबंदी कर दी थी। यह कदम संभावित भीड़ और सुरक्षा खतरे को ध्यान में रखते हुए उठाया गया।
इस नाकाबंदी के कारण ज़ीरकपुर से चंडीगढ़ की ओर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-152A) पूरी तरह प्रभावित रहा। हाइवे पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं और लोगों को मंज़िल तक पहुंचने में 1-2 घंटे की देरी का सामना करना पड़ा।
🧑🎓 छात्र-छात्राओं को हुई दिक्कत
कई छात्रों ने बताया कि उनकी यूनिवर्सिटी में परीक्षा थी, लेकिन ट्रैफिक जाम के कारण समय पर पहुंचना मुश्किल हो गया। वहीं, कुछ माता-पिता ने शिकायत की कि उन्हें अपने बच्चों को स्कूल छोड़ने में काफी दिक्कत आई।
🚗 रूट डायवर्जन से मिली आंशिक राहत
पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए ज़ीरकपुर, मॉल्लीजागरा और हल्लोमाजरा की ओर जाने वाले रूट पर वाहनों को डायवर्ट किया। हालांकि, सुबह के व्यस्त समय में यह व्यवस्था भी सीमित राहत ही दे पाई।
प्रशासन के अनुसार, अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर स्थिति को नियंत्रित किया गया और धीरे-धीरे जाम को हटाया गया।
🔍 क्या है विरोध प्रदर्शन का कारण?
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में विभिन्न जातीय और सामाजिक संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर 10 नवंबर को प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसी को देखते हुए प्रशासन ने पहले से ही सुरक्षा इंतज़ाम कड़े कर दिए थे।
🌤️ जनता की राय
कई स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर प्रशासन से अनुरोध किया है कि भविष्य में इस तरह के प्रदर्शनों के दौरान वैकल्पिक मार्गों की जानकारी पहले से दी जाए, ताकि आम लोगों को असुविधा न हो।
