नई दिल्ली: देश की जानी-मानी होम अप्लायंसेज़ कंपनी Whirlpool India अब विक्रय (Sale) की कगार पर है। वॉशिंग मशीन, फ्रिज और किचन उपकरणों के लिए प्रसिद्ध इस कंपनी का एक बड़ा हिस्सा जल्द ही ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म एडवेंट इंटरनेशनल (Advent International) खरीद सकती है। दोनों कंपनियों के बीच बातचीत अंतिम चरण में है और उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक डील फाइनल हो जाएगी।
💼 क्यों लिया कंपनी ने इतना बड़ा फैसला?
Whirlpool India, जो वाशिंग मशीन, रैफ्रिजरेटर और अन्य घरेलू उपकरण बनाती है, को साल 2022 में करीब 1.5 बिलियन डॉलर का घाटा झेलना पड़ा था।
इसके बाद से कंपनी लगातार लागत घटाने और कारोबारी पुनर्गठन (Business Restructuring) पर काम कर रही है।
वैश्विक स्तर पर Whirlpool अब अपने अधिक लाभदायक प्रोडक्ट्स — जैसे कि कॉफी मेकर, ब्लेंडर और प्रीमियम किचन अप्लायंसेज़ — पर फोकस बढ़ा रही है। भारत में कंपनी की बिक्री उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ी, जिसके चलते अब यह कदम उठाया गया है।
🤝 Advent International के साथ बड़ी डील की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, एडवेंट इंटरनेशनल Whirlpool India में 31% हिस्सेदारी खरीदने के लिए तैयार है।
भारतीय नियमों के अनुसार, प्रारंभिक निवेश के बाद एडवेंट को बाकी निवेशकों से 26% अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने का ऑफर देना होगा। यदि यह ऑफर पूरी तरह सफल रहता है, तो एडवेंट की कुल हिस्सेदारी 57% तक पहुंच जाएगी।
यह डील लगभग ₹9,682.88 करोड़ रुपए की बताई जा रही है। इसके बाद Whirlpool Corporation की हिस्सेदारी कंपनी में एक-चौथाई से भी कम रह जाएगी।
🏭 भारत में Whirlpool की स्थिति
Whirlpool India लंबे समय से भारतीय बाजार में एक भरोसेमंद ब्रांड रही है। कंपनी के पास वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर जैसे कई लोकप्रिय उत्पाद हैं।
लेकिन हाल के वर्षों में LG, Samsung, Godrej और Voltas जैसी कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने Whirlpool की मार्केट स्थिति को कमजोर किया है।
💰 पहले भी कई कंपनियों ने दिखाई थी दिलचस्पी
इससे पहले Reliance Industries और Havells India जैसी बड़ी कंपनियों ने भी Whirlpool India को खरीदने में रुचि दिखाई थी, लेकिन बातचीत आगे नहीं बढ़ सकी।
अब एडवेंट इंटरनेशनल इस डील का मुख्य दावेदार बन गया है, जिससे भारतीय अप्लायंसेज़ सेक्टर में एक बड़ी हलचल मच गई है।
🔍 एडवेंट की यह तीसरी बड़ी डील
यह डील एडवेंट इंटरनेशनल की भारत में अप्लायंसेज़ सेक्टर की तीसरी बड़ी खरीदारी होगी। इससे पहले कंपनी ने दो और घरेलू ब्रांड्स में निवेश किया था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस डील के बाद Whirlpool के भारतीय परिचालन में नई रणनीति और टेक्नोलॉजी निवेश देखने को मिल सकता है।
