Rashtra View | Delhi AQI Latest Update | GRAP New Rules 2025
दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण स्तर ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है। हवा में ज़हर लगातार बढ़ रहा है और कई इलाकों में AQI "बेहद खराब" से "गंभीर" श्रेणी तक पहुंच गया है। इसी को देखते हुए CAQM (Commission for Air Quality Management) ने GRAP यानी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान में बड़े बदलाव किए हैं। यह नया फ्रेमवर्क अब पूरे NCR में लागू होगा और पहले से कहीं ज़्यादा सख्त कदम शामिल करेगा।
50% कर्मचारी करेंगे Work From Home
नए नियमों के तहत, प्रदूषण के गंभीर स्तर — यानी AQI 401–450 की स्थिति में:
✔️ सरकारी कार्यालय
✔️ निजी संस्थान
✔️ नगरपालिका दफ्तर
इन सभी में 50% स्टाफ ऑफिस आएगा, जबकि बाकी वर्क फ्रॉम होम करेंगे।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों पर भी यही व्यवस्था लागू हो सकती है।
GRAP में क्या बदला? जानिए नए स्तर के हिसाब से नियम
Stage 1 (AQI 201–300): अब होंगे और सख्त नियम
🔸 डीज़ल जेनरेटर सेट पर रोक (बिना बिजली कटौती के)
🔸 ट्रैफिक जाम रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस तैनाती
🔸 टीवी, अखबार, सोशल मीडिया पर पब्लिक एडवाइज़री
🔸 इलेक्ट्रिक व CNG बसों की संख्या बढ़ेगी
🔸 मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ेगी
🔸 ऑफ-पीक में यात्रा सुविधाओं में राहत
Stage 2 (AQI 301–400): कई नियम नीचे से ऊपर शिफ्ट किए गए
🔸 दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद में
सरकारी दफ्तर अलग-अलग टाइमिंग पर खुलेंगे
🔸 NCR के बाकी जिलों में भी इसे लागू करने पर विचार
🔸 केंद्र सरकार भी यह व्यवस्था अपना सकती है
Stage 3 (AQI 401–450): अब शामिल किए गए नए प्रावधान
🔸 50% स्टाफ Work From Home
🔸 निजी दफ्तरों के लिए भी यही सलाह
🔸 आवश्यक सेवाओं को छोड़कर कई गतिविधियों पर रोक की संभावना
सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR की हवा को चिंताजनक बताते हुए कहा:
“प्रदूषण रोकने के लिए कड़े कदम अनिवार्य हैं।
CAQM की रणनीति सही दिशा में है, लेकिन सुझावों पर व्यापक चर्चा जरूरी है।”
आज का AQI: फिर बिगड़ी दिल्ली की हवा
शनिवार दोपहर (12 बजे):
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दिल्ली का औसत AQI: 364 (बहुत खराब)
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ITO: लगभग इसी स्तर
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अक्षरधाम, आनंद विहार: AQI 422 (गंभीर)
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में हवा और बिगड़ सकती है।
निष्कर्ष: हालात गंभीर, नियम और सख्त हो सकते हैं
दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण अब संकट का रूप ले चुका है। CAQM द्वारा GRAP में किए गए बदलाव प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अहम और आवश्यक कदम हैं।
अगर हवा इसी तरह बिगड़ती रही तो आने वाले दिनों में और भी कड़े नियम लागू किए जा सकते हैं।


