घुमारवीं में भाजपा ने मंगलवार को एक शांतिपूर्ण विरोध रैली आयोजित की, जिसमें पूर्व खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारी बाजार से होते हुए थाने तक पहुंचे और पुलिस प्रशासन तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए।
🔶 क्या हैं भाजपा के आरोप?
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि—
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कुछ मामलों में अनुचित FIR दर्ज किए जा रहे हैं
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पुलिस प्रशासन पर राजनीतिक दबाव होने की आशंका है
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आम नागरिकों और पार्टी समर्थकों पर अनावश्यक कार्रवाई हो रही है
कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर रैली निकाली और पुलिस के समक्ष ज्ञापन सौंपकर FIR की समीक्षा और निष्पक्ष जांच की मांग रखी।
🗣️ पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग का बयान (तटस्थ भाषा में पुनर्लेखित)
राजेंद्र गर्ग ने कहा कि क्षेत्र में कुछ मामलों को लेकर लोगों में असंतोष है और जनता चाहती है कि पुलिस प्रत्येक मामले की निष्पक्ष जांच करे। उन्होंने कहा कि नागरिकों को न्याय मिलना आवश्यक है और प्रशासन की भूमिका पारदर्शी होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि शिकायतों का समाधान नहीं हुआ, तो पार्टी आगे भी लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाएगी।
🛡️ पुलिस प्रशासन का पक्ष
डीएसपी घुमारवीं विशाल वर्मा ने बताया कि—
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सभी मामलों की जांच प्रक्रिया जारी है
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पुलिस किसी भी दबाव में काम नहीं कर रही
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FIR दर्ज करना पुलिस का सामान्य कार्य है
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जांच पूरी होने पर तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी
उन्होंने विश्वास दिलाया कि हर मामले को नियमों के अनुसार देखा जा रहा है और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
📌 स्थिति का सार
घुमारवीं में यह मुद्दा प्रशासनिक पारदर्शिता, जांच की निष्पक्षता और आम लोगों की शिकायतों के समाधान से जुड़ा है। भाजपा ने अपनी विषयगत चिंताएँ सामने रखीं, वहीं पुलिस प्रशासन ने कहा कि सभी कार्यवाई नियमों और कानूनी प्रक्रिया के अनुसार होगी।
राष्ट्र दृष्टिकोण से यह मामला जनता, प्रशासन और राजनीतिक नेतृत्व के बीच संतुलन और संवाद का संकेत देता है।


