शिमला (हिमाचल प्रदेश):
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सशक्त और आधुनिक बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राज्य के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में अत्याधुनिक उपकरणों और नई तकनीक को शामिल करने के लिए 213.75 करोड़ रुपये का निवेश मंजूर किया है।
💉 आधुनिक उपकरणों से बेहतर इलाज की दिशा में कदम
राज्य के अस्पतालों में अब आधुनिक डायग्नोस्टिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे बीमारियों की पहचान सटीक और समय पर की जा सकेगी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि कई बार बीमारियों का पता देर से चलने के कारण मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। इस स्थिति से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि नई तकनीक और आधुनिक उपकरण जल्द से जल्द अस्पतालों में स्थापित किए जाएं।
🧠 मेडिकल कॉलेजों में लगेंगी नई MRI और CT मशीनें
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के अनुसार,
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95 करोड़ रुपये की लागत से पांच नई हाई-रिज़ॉल्यूशन MRI मशीनें खरीदी जा रही हैं, जिन्हें आईजीएमसी शिमला, चमियाना अस्पताल, नेरचौक, नाहन और चंबा मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया जाएगा।
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इसके अलावा, सात मेडिकल कॉलेजों में 28 करोड़ रुपये की लागत से दो-दो आधुनिक सीटी इमेजिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी।
👨⚕️ विशेषज्ञों से परामर्श और सतत समीक्षा
मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस परियोजना की योजना तैयार करने से पहले मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सकों से लगातार बैठकें कीं। चमियाना, आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों से मिले सुझावों के आधार पर यह व्यापक योजना तैयार की गई है।
🏗️ स्वास्थ्य ढांचे के सुदृढ़ीकरण पर जोर
राज्य सरकार का उद्देश्य न केवल उपकरणों की स्थापना करना है, बल्कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य संस्थानों के ढांचे को मजबूत बनाना भी है। इस निवेश से मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा, समय पर जांच और तेज़ उपचार की सुविधा मिलेगी।
