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धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने राज्य के 294 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है। बोर्ड की ओर से यह सख्त कदम उन स्कूलों के खिलाफ उठाया गया है जो शिक्षा बोर्ड का निर्धारित पाठ्यक्रम नहीं पढ़ा रहे थे।
बोर्ड के अनुसार, मान्यता प्राप्त स्कूलों के लिए बोर्ड की किताबें पढ़ाना अनिवार्य है, लेकिन कई स्कूल नियमों की अनदेखी करते हुए निजी प्रकाशकों की पुस्तकें इस्तेमाल कर रहे थे। यही कारण है कि उनकी मान्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।
📚 कैसे हुआ खुलासा
हाल ही में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सभी निजी स्कूलों से उन पुस्तकों के बिल मांगे थे, जिन्हें बच्चों के लिए खरीदा गया था। जांच में यह पाया गया कि 294 स्कूलों ने अन्य प्रकाशकों की किताबें खरीदी थीं, जबकि उन्हें बोर्ड की किताबें ही प्रयोग करनी चाहिए थीं।
नियमों के उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए बोर्ड ने इन स्कूलों की मान्यता रद्द करने का फैसला लिया।
⚖️ बोर्ड का कहना है
हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि —
“बोर्ड से मान्यता प्राप्त हर निजी स्कूल के लिए बोर्ड की ओर से जारी पाठ्यक्रम पढ़ाना जरूरी है। नियमों की अवहेलना किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी।”
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है।
🚸 कितने स्कूल प्रभावित हुए
हिमाचल में नौवीं से बारहवीं कक्षा तक करीब 1,400 निजी स्कूल हिमाचल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं। इनमें से 294 स्कूल अब इस कार्रवाई के दायरे में आए हैं।
शिक्षा बोर्ड ने बाकी स्कूलों को भी चेतावनी दी है कि वे नियमों का सख्ती से पालन करें, अन्यथा उनके खिलाफ भी समान कार्रवाई की जाएगी।
