मंडी, हिमाचल प्रदेश।
शहर में अब ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह बदल गई है। बढ़ती गाड़ियों की संख्या और बार-बार लगने वाले जाम को देखते हुए जिला प्रशासन ने नई ट्रैफिक प्रणाली लागू करने का निर्णय लिया है।
जिला दंडाधिकारी अपूर्व देवगन ने इसकी अंतिम अधिसूचना जारी कर दी है, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है।
🚗 18 सड़कें बनीं ‘नो पार्किंग जोन’
नई व्यवस्था के तहत मंडी शहर की 18 प्रमुख सड़कों को नो पार्किंग जोन घोषित किया गया है।
अब इन जगहों पर गाड़ी खड़ी करने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
प्रशासन ने साथ ही नए पेड पार्किंग क्षेत्र भी तय किए हैं ताकि वाहन चालक बिना परेशानी के अपने वाहन पार्क कर सकें।
🔄 वन-वे ट्रैफिक सिस्टम हुआ लागू
जाम और अव्यवस्था को कम करने के लिए शहर के कई इलाकों में वन-वे ट्रैफिक सिस्टम लागू किया गया है।
इससे न सिर्फ यातायात सुचारू रहेगा, बल्कि पैदल चलने वालों को भी सुविधा मिलेगी।
ट्रैफिक पुलिस अब सख्ती से इस व्यवस्था की निगरानी करेगी।
🔕 अस्पताल और स्कूलों के पास ‘साइलेंस जोन’
नई अधिसूचना के मुताबिक, अस्पतालों, स्कूलों और शिक्षण संस्थानों के आसपास ‘साइलेंस जोन’ बनाए गए हैं।
इन इलाकों में हॉर्न बजाना सख्त मना होगा। नियम तोड़ने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया जाएगा।
🚚 भारी वाहनों और ऑटो रिक्शा पर नियंत्रण
आदेश के तहत भारी वाहनों की आवाजाही के लिए समय-सीमा निर्धारित की गई है।
इसके अलावा, ऑटो रिक्शा स्टैंडों की संख्या में भी बदलाव किया गया है ताकि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में व्यवस्था बनी रहे।
लोडिंग और अनलोडिंग के लिए भी तय समय निर्धारित किया गया है।
👮♂️ प्रशासन ने मांगा नागरिकों से सहयोग
उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि यह योजना शहर में ट्रैफिक दबाव और अव्यवस्थित पार्किंग को नियंत्रित करने की दिशा में एक बड़ा सुधारात्मक कदम है।
उन्होंने कहा —
“अगर नागरिक प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करेंगे तो मंडी शहर में यातायात पहले से कहीं अधिक सुचारू और सुरक्षित बनेगा।”
🏁 क्या है उद्देश्य?
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शहर में बढ़ते वाहन दबाव को कम करना
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स्कूलों व अस्पतालों के पास शोर नियंत्रण
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जाम और अव्यवस्था पर रोक लगाना
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पार्किंग व्यवस्था को व्यवस्थित बनाना
नई ट्रैफिक नीति के लागू होने से मंडी के निवासियों को साफ-सुथरा और अनुशासित यातायात अनुभव मिलेगा।
