धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश | संवाददाता रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार नवंबर के अंत में आयोजित करने की तैयारी चल रही है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बताया कि दिसंबर में पर्यटकों की भीड़ और पर्यटन सीजन को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि स्थानीय लोगों और कारोबारियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
इस बार धर्मशाला के तपोवन विधानसभा भवन में होने वाला शीतकालीन सत्र रिकॉर्ड तोड़ साबित हो सकता है, क्योंकि इस सत्र में कुल आठ बैठकें प्रस्तावित की गई हैं। यह अब तक का सबसे लंबा सत्र माना जा रहा है।
📅 सत्र की तैयारियों में जुटे कार्यालय
शीतकालीन सत्र की तिथि तय होते ही सरकारी दफ्तरों में तैयारियों की रफ्तार तेज हो गई है। विभिन्न विभाग अपनी रिपोर्ट्स, विधेयक और प्रश्नोत्तरी सत्र से संबंधित दस्तावेजों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि सत्र के दौरान प्रदेश सरकार कई अहम मुद्दों पर चर्चा कराने की योजना बना रही है।
🗣️ विधानसभा अध्यक्ष ने दी जानकारी
सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने रैत में आयोजित फेडरेशन कप क्लासिक एवं इक्विप्ट पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि धर्मशाला में दिसंबर के दौरान टूरिस्ट सीजन चरम पर होता है, इसलिए सत्र को नवंबर के अंतिम सप्ताह में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
इस अवसर पर उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
🏛️ सत्र में होंगी आठ बैठकें
इस बार आठ दिनों तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र में प्रदेश की वित्तीय स्थिति, पर्यटन नीति, कर्मचारी हित, और विकास योजनाओं पर चर्चा की जाएगी। सरकार और विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर बहस होने की संभावना जताई जा रही है।
सत्र के दौरान विधानसभा परिसर और आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा एवं व्यवस्था की विशेष निगरानी रहेगी।
