कनाडा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के "कैप्स कैफ़े" पर गोलीबारी करने वाले तीन अपराधियों को देश से निष्कासित (Deport) कर दिया है।
कनाडाई अधिकारियों के अनुसार, यह सभी आरोपी लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए हैं — जिसे हाल ही में भारत में आतंकी संगठन घोषित किया गया था।
🇨🇦 कनाडाई एजेंसी की बड़ी कार्रवाई
यह कार्रवाई कनाडा बॉर्डर सर्विसेज़ एजेंसी (CBSA) द्वारा की गई।
CBSA ने बताया कि यह निर्णय BC एक्सटॉर्शन टास्क फोर्स, RCMP (रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस) और स्थानीय पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत लिया गया है।
इन तीनों भारतीय नागरिकों को 7 नवंबर 2025 को देश से निष्कासित किया गया।
CBSA के मुताबिक़, यह पहला ऐसा ऑपरेशन है जो ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में जबरन वसूली और संगठित अपराध नेटवर्क को तोड़ने के लिए शुरू किया गया था।
🔍 लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा नेटवर्क
विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, निष्कासित अपराधियों के तार लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं।
यह गैंग कनाडा में रह रहे भारतीय मूल के व्यापारियों को निशाना बनाकर क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए फिरौती की मांग करता था।
मांग पूरी न होने पर, वे गोलीबारी और आगज़नी जैसे हिंसक तरीकों से डर पैदा करते थे।
💣 कपिल शर्मा के कैफ़े पर हमला
ब्रिटिश कोलंबिया के सरे (Surrey) इलाके में स्थित कैप्स कैफ़े, जो कपिल शर्मा से जुड़ा हुआ बताया जाता है, पर भी इन अपराधियों ने गोलीबारी की थी।
स्थानीय पुलिस ने इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क की जांच शुरू की थी, जिसमें पंजाब और कनाडा दोनों देशों के अपराधी शामिल पाए गए।
⚖️ 78 और विदेशी नागरिक जांच के घेरे में
CBSA अधिकारियों ने बताया कि 78 और विदेशी नागरिकों की जांच चल रही है, जिन पर कनाडा में अवैध रूप से प्रवेश करने और जबरन वसूली नेटवर्क में शामिल होने का शक है।
कई मामलों में आरोपी और पीड़ित — दोनों ही पंजाबी मूल के बताए जा रहे हैं।
🗣️ कनाडाई प्रशासन का बयान
CBSA ने कहा कि यह निष्कासन कनाडा के व्यापारिक समुदाय की सुरक्षा के लिए अहम कदम है।
एजेंसी ने यह भी स्पष्ट किया कि सुरक्षा और गोपनीयता कारणों से आरोपियों के नाम और गंतव्य देशों का खुलासा नहीं किया जाएगा।
अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई संगठित अपराध नेटवर्क को समाप्त करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
