बिहार के आरा में आयोजित एक चुनावी जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता ने देशवासियों का मनोबल ऊँचा किया, लेकिन विरोधी दल इससे खुश नहीं हुए।
पीएम मोदी ने कहा, “पाकिस्तान में धमाका हुआ, लेकिन नींद कांग्रेस के शाही परिवार की उड़ गई। पाकिस्तान और कांग्रेस दोनों के बड़े नेता आज भी ऑपरेशन सिंदूर के सदमे से बाहर नहीं निकल पाए हैं।”
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और आरजेडी के बीच गहरे मतभेद हैं। सीट बंटवारे से लेकर उम्मीदवारों की घोषणा तक, दोनों दलों में तालमेल की भारी कमी है। उन्होंने दावा किया कि नामांकन वापसी की अंतिम तारीख से ठीक पहले एक ‘बड़ा राजनीतिक खेल’ बंद दरवाज़ों के पीछे खेला गया, जिसमें कांग्रेस किसी भी आरजेडी नेता को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं करना चाहती थी। लेकिन आरजेडी ने दबाव डालकर अपना उम्मीदवार घोषित करवाया।
पीएम मोदी ने कहा कि यह अंदरूनी कलह बिहार के विकास के लिए नुकसानदायक है। उन्होंने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के बीच अब इतनी दरार पैदा हो गई है कि कांग्रेस की राय सुने बिना ही आरजेडी ने अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे याद रखें, आरजेडी का शासनकाल “जंगल राज” के नाम से जाना जाता था, जहाँ भय, भ्रष्टाचार और कुशासन का माहौल था। मोदी ने कहा, “एनडीए सरकार ने बिहार को उस अंधेरे दौर से निकालकर विकास की राह पर आगे बढ़ाया है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार में शिक्षा, सड़क, बिजली, और रोज़गार के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बन रहे हैं, और इसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार को जाता है। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे विकास की इस गति को बनाए रखने के लिए एनडीए को एक बार फिर मौका दें।
📢 निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न केवल विपक्ष पर हमला था, बल्कि जनता से यह संदेश भी कि देश और बिहार की प्रगति तभी संभव है जब स्थिर और विकास-मुखी सरकार बनी रहे।
