राजस्थान पुलिस के चार जवान निलंबित, हरियाणा में बिना वारंट गिरफ्तारी का मामला गरमाया
राजस्थान के नागौर जिले के डीडवाना उपखंड के जसवंतगढ़ थाने से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। हरियाणा में बिना वारंट कार्रवाई करने के चलते थाना प्रभारी जोगेंद्र सिंह समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित कर्मियों में हेड कांस्टेबल महेश, महिला कांस्टेबल सुभिता, और कांस्टेबल बबलेश शामिल हैं।
⚖️ क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, जसवंतगढ़ थाना क्षेत्र में कुछ समय पहले एससी-एसटी वर्ग की महिला के साथ बलात्कार का मामला दर्ज हुआ था। आरोपी के हरियाणा में छिपे होने की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम हरियाणा रवाना हुई और वहां जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
हालांकि गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया, लेकिन हरियाणा पुलिस और स्थानीय पक्षों ने इस कार्रवाई को लेकर आपत्ति जताई। शिकायत दर्ज होने के बाद मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा। जांच के बाद एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई करते हुए चारों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
🕵️♂️ जांच और राजनीतिक दबाव के संकेत
सूत्रों के अनुसार, इस निलंबन के पीछे राजनीतिक दबाव होने की संभावना भी जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी पक्ष के कुछ प्रभावशाली लोगों ने गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई थी। वहीं, स्थानीय स्तर पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि जब पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया, तो उन्हें सजा क्यों दी गई?
कई सामाजिक संगठनों ने भी इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया है और जांच को निष्पक्ष तरीके से करने की मांग की है।
📋 फिलहाल क्या स्थिति है?
मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने तक चारों पुलिसकर्मी निलंबित रहेंगे। जिला पुलिस प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच पारदर्शी तरीके से की जाएगी और दोषी पाए जाने पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
