❄️ लाहौल-स्पीति और किन्नौर में ताज़ा बर्फबारी, कई रास्ते हुए बंद
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बुधवार को सीजन की नई बर्फबारी हुई, जिससे तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, मध्य पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश के कारण ठंड और बढ़ गई है।
बर्फबारी के चलते मनाली-लेह हाईवे पर दारचा से सर्चू के बीच यातायात ठप हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, रोहतांग दर्रा, कुकुमसेरी, कीलॉन्ग, दारचा और सर्चू समेत लाहौल-स्पीति के कई हिस्सों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई। इसी तरह, किन्नौर जिले के चितकुल तथा कांगड़ा के ऊंचे धौलाधार पर्वतों में भी बर्फ की चादर बिछ गई।
बर्फबारी के कारण कोक्सर से पलचान मार्ग जो रोहतांग दर्रे से होकर जाता है, उसे भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, दारचा-शिंकुला, समदो-काजा-ग्राम्फू और तांदी-किलाड़ मार्ग भी बर्फ के कारण बंद पड़े हैं।
स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे बिना मौसम विभाग की अनुमति या अपडेट के इन इलाकों की यात्रा न करें। सड़क बहाली का कार्य तेज़ी से जारी है, और BRO (सीमा सड़क संगठन) की टीमें लगातार काम कर रही हैं।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में राज्य के ऊपरी इलाकों में और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है, जबकि निचले इलाकों में ठंडी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।
📸 मुख्य बिंदु (Highlights):
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लाहौल-स्पीति, किन्नौर और कांगड़ा के ऊंचे इलाकों में नई बर्फबारी।
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मनाली-लेह हाईवे दारचा से सर्चू तक बंद।
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कोक्सर-पलचान, दारचा-शिंकुला और समदो-काजा मार्ग बाधित।
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प्रशासन ने पर्यटकों से सावधानी बरतने की अपील की।
🌤️ निष्कर्ष:
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हुई ताज़ा बर्फबारी से जहां प्राकृतिक सुंदरता और बढ़ गई है, वहीं यातायात बाधित होने से स्थानीय लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों के लिए ठंड और बर्फबारी दोनों की संभावना जताई है।
