शिमला/कुल्लू।
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कुल्लू जिला पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट गया है क्योंकि चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-21) जगह-जगह भूस्खलन और ब्यास नदी के तेज बहाव से क्षतिग्रस्त हो गया है। मंडी जिले के पंडोह से लेकर औट तक हाईवे पूरी तरह बंद है और यातायात ठप पड़ा है।
चंबा जिले में भी लगातार बारिश के कारण संचार सेवाएँ बाधित हो गई हैं। पुलिस के अनुसार, मंडी से कुल्लू के बीच वैकल्पिक मार्ग (काटौला रोड) भी अवरुद्ध है, जिससे राहत और बचाव कार्यों में दिक्कत आ रही है।
ब्यास नदी ने हाईवे के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाया है। अधिकारियों का कहना है कि हाईवे की बहाली में कम से कम दो दिन और लग सकते हैं।
इस बीच, कुल्लू जिला प्रशासन ने मंगलवार रात को आदेश जारी किए कि सभी फ्यूल स्टेशन ऑपरेटर पेट्रोल और डीजल का रिजर्व स्टॉक रखें और कालाबाजारी से बचें। 25,000 लीटर से अधिक क्षमता वाले पंपों को कम से कम 5,000 लीटर डीजल और 3,000 लीटर पेट्रोल रिजर्व में रखने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन ने यह भी तय किया है कि हल्के वाहनों को एक बार में अधिकतम 20 लीटर और भारी वाहनों को 100 लीटर डीजल ही दिया जाएगा ताकि आपात स्थिति में ईंधन की कमी न हो।
लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण हिमाचल में हालात गंभीर बने हुए हैं और प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।