फरीदाबाद में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। रविवार रात सेक्टर-12 टाउन पार्क के पास हुई इस घटना में एक प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई। मृतक की पहचान मनोहर कुमार (मोनू), निवासी नंगला एनक्लेव पार्ट-2, के रूप में हुई है।
मामला तब और संवेदनशील हो गया जब यह सामने आया कि हादसे में शामिल थार गाड़ी एसीपी राजेश कुमार लोहान के नाम पर रजिस्टर्ड है। परिवार का आरोप है कि गाड़ी एसीपी के बेटे ने चलाई थी, जबकि पुलिस का कहना है कि उस समय थार को एसीपी का ड्राइवर चला रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
मनोहर कुमार अपने भाई विक्की कुमार और दोस्तों के साथ रविवार को वृंदावन से लौट रहे थे। देर रात करीब 1 बजे सभी दोस्त सेक्टर-9 में प्रवीश के दफ्तर पहुंचे। वहीं से मनीष और अमन खाने के लिए सेक्टर-12 स्थित धर्मा ढाबा गए।
ढाबे के पास उनकी मुलाकात एक थार सवार युवकों से हुई, जो तेज़ रफ़्तार और लापरवाही से गाड़ी चला रहे थे। रोकने पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। इसके बाद अमन और मनीष बाइक से वहां से निकलकर प्रवीश के ऑफिस की ओर लौट गए।
जैसे ही वे आगे बढ़े, पीछे से आई थार ने उनकी बाइक को टक्कर मारने की कोशिश की और फिर तेज़ी से फरार हो गई। इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर मनोहर कुमार पर हमला हुआ और गंभीर चोटों की वजह से उनकी मौत हो गई।
परिवार का आरोप और जांच
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि गाड़ी एसीपी के बेटे ने चलाई थी और पूरे मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, पुलिस का कहना है कि गाड़ी एसीपी के ड्राइवर के कब्जे में थी।
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लेकिन यह घटना फरीदाबाद में क़ानून-व्यवस्था और वीआईपी संस्कृति को लेकर कई सवाल खड़े कर रही है।