पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित ननकाना साहिब सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का पवित्र जन्मस्थान है। सन 1469 में गुरु नानक देव जी का जन्म यहीं हुआ था। यह धार्मिक स्थल सिख श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है, जो लाहौर से लगभग 75 किलोमीटर और भारत-पाकिस्तान सीमा से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
केंद्र सरकार ने जत्थे को क्यों नहीं दी मंजूरी?
गुरु नानक जयंती के अवसर पर भारत से श्रद्धालुओं के जत्थे को ननकाना साहिब जाने की मंजूरी न देने पर विवाद खड़ा हो गया। इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सफाई देते हुए कहा कि खुफिया एजेंसियों से मिले मजबूत इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया गया। एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान में इस समय भारतीय श्रद्धालुओं की सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।
आरपी सिंह का बयान
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि मौजूदा हालात पाकिस्तान में धार्मिक यात्रा के लिए अनुकूल नहीं हैं। केंद्र सरकार किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सतर्कता बरत रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
पंजाब सरकार पर जवाबी हमला
आरपी सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के उस आरोप पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने केंद्र पर श्रद्धालुओं को जानबूझकर रोकने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि सरकार सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं का पूरा सम्मान करती है, लेकिन सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लेना जरूरी था।
क्रिकेट मैच को लेकर भ्रम दूर किया
बीजेपी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि हाल ही में भारत-पाकिस्तान का क्रिकेट मैच लाहौर में नहीं, बल्कि दुबई में खेला गया था। इसलिए इसे पाकिस्तान यात्रा से जोड़ना गलत है। उन्होंने दोहराया कि इस समय पाकिस्तान में पर्यटन या धार्मिक यात्राओं के लिए माहौल सुरक्षित नहीं है।