चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र 26 सितंबर से शुरू हो रहा है। यह सत्र चार दिन तक चलेगा और इसमें सबसे अहम मुद्दा रहेगा – बाढ़ प्रभावित किसानों के लिए बढ़ा हुआ मुआवज़ा।
सत्ता और विपक्ष आमने-सामने
इस सत्र में राजनीतिक टकराव की पूरी संभावना है।
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आम आदमी पार्टी (AAP) विपक्षी दलों कांग्रेस, बीजेपी और शिअद (SAD) पर यह आरोप लगाएगी कि हालिया बाढ़ के समय उन्होंने राज्य की कोई मदद नहीं की।
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वहीं विपक्ष सरकार को उसके "ढीले-ढाले राहत प्रयासों" पर घेरने की तैयारी कर चुका है।
सत्र का एजेंडा
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सत्र की शुरुआत शुक्रवार को शोक प्रस्तावों (obituary references) से होगी।
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शुक्रवार और सोमवार को कुछ विधायी कार्य भी होंगे।
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इसके अलावा, सरकार और विपक्ष के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप की संभावना है।
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पहले दिन कई प्रशासनिक रिपोर्टें भी सदन में पेश की जाएंगी।
किसानों की उम्मीदें
पंजाब के बाढ़ प्रभावित किसानों की निगाहें इस सत्र पर टिकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि सरकार किसानों के लिए राहत राशि में बढ़ोतरी का ऐलान करेगी, जिससे उनकी आर्थिक परेशानी कम हो सके।