ऊना, राष्ट्र व्यू।
हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िले के बंगाणा उपमंडल की बैरियां पंचायत में हुए हत्याकांड ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। 24 सितंबर को जिस घर से बारात उठनी थी, वहां 25 सितंबर को बेटी की अर्थी उठी। 24 वर्षीय अंशिका की निर्मम हत्या ने परिवार और गांव को सदमे में डाल दिया है।
योजनाबद्ध हत्या की साजिश
पुलिस रिमांड पर चल रहे सेना के जवान प्रवेश कुमार ने स्वीकार किया कि उसने 23 सितंबर की रात प्रेमिका अंशिका को बुलाकर धारदार चाकू से गला रेता और पहचान छिपाने के लिए शव को पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
आरोपी के मुताबिक, अंशिका उसके एटीएम कार्ड से लगभग आठ लाख रुपये खर्च कर चुकी थी और लगातार पैसों की मांग कर रही थी। इसी विवाद से तंग आकर उसने हत्या की योजना बनाई।
रिश्तों में दरार और गर्भवती होने का विवाद
प्रवेश पहले से विवाहित था और तलाक के बाद अंशिका के करीब आया। दोनों ने चार महीने पहले कोर्ट मैरिज भी कर ली थी। परिवारों की सहमति से 24 सितंबर को सामाजिक रीति से शादी तय हुई थी।
लेकिन पुलिस जांच में सामने आया कि अंशिका करीब छह महीने की गर्भवती थी। आरोपी चाहता था कि गर्भपात हो जाए, लेकिन अंशिका के इंकार करने से विवाद गहरा गया और यह दर्दनाक घटना हुई।
ताऊ पर भी कार्रवाई
हत्या के बाद आरोपी ने अपने ताऊ संजीव कुमार (सेवानिवृत्त फौजी) को घटना की जानकारी दी। आरोप है कि उन्होंने आरोपी को गाड़ी से जम्मू यूनिट तक छोड़ा। हालांकि हत्या की साजिश में शामिल नहीं होने के बावजूद आरोपी की मदद करने पर उन पर भी कार्रवाई की गई है।
पुलिस जांच और कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी को जम्मू से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। हत्या में इस्तेमाल चाकू वही निकला, जो आरोपी को सेना प्रशिक्षण के दौरान मिला था। पुलिस ने संजीव कुमार को भी गिरफ्तार किया और दोनों को बेड़ियों में पेश किया। एएसपी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि मामले की जांच गहराई से की जा रही है।
गांव का गुस्सा और परिवार का दर्द
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में पली अंशिका अपनी मां और गोद लिए भाई के साथ रहती थी। शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं, लेकिन अचानक हुई इस त्रासदी से घर का माहौल मातम में बदल गया। गांववाले आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।