पंजाब की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस जॉइन कर ली है।
उन्होंने चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आधिकारिक तौर पर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता नवजोत कौर सिद्धू भी मौजूद रहीं।
जोशी के शामिल होने पर कांग्रेस का स्वागत
पंजाब कांग्रेस प्रभारी भूपेश बघेल ने अनिल जोशी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनका शामिल होना कांग्रेस को और मज़बूत करेगा। उन्होंने ऐलान किया कि पंजाब कांग्रेस जल्द ही पूरे राज्य में ‘वोट चोरी’ और अन्य जनहित के मुद्दों को लेकर एक व्यापक यात्रा निकालेगी। इसकी रूपरेखा और रूट प्लानिंग जल्द घोषित की जाएगी।
सिद्धू परिवार की वापसी के संकेत
कार्यक्रम में नवजोत कौर सिद्धू की मौजूदगी ने यह संकेत भी दिए कि सिद्धू परिवार, जो लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर था, अब एक बार फिर कांग्रेस के मंच के ज़रिए सक्रिय हो सकता है।
राजनीतिक समीकरणों पर असर
अनिल जोशी का कांग्रेस में शामिल होना पंजाब की राजनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है। अकाली दल के लिए यह एक बड़ा झटका है, जबकि कांग्रेस के लिए यह कदम संगठनात्मक तौर पर शक्ति बढ़ाने वाला साबित हो सकता है।