हिमाचल प्रदेश के सोलन ज़िले के बरोटीवाला क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां बटेढ़ गांव में 15 वर्षीय किशोर की अलमारी के नीचे दबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान मोहित कुमार, पुत्र हरजिंद्र सिंह, निवासी लोअर भलवार, डाडासीबा, जिला कांगड़ा के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, मोहित कुमार दून पब्लिक स्कूल में कक्षा नौवीं का छात्र था। रविवार सुबह यह घटना उस समय हुई जब घर पर वह अकेला था। बताया जा रहा है कि उसके पिता ने उसका मोबाइल फोन अलमारी में छिपा दिया था ताकि वह पढ़ाई पर ध्यान दे सके।
📱 मोबाइल खोजते वक्त हुआ हादसा
पुलिस के मुताबिक, जब माता-पिता सुबह 8 बजे ड्यूटी पर चले गए, तब मोहित शायद अपना फोन ढूंढने लगा। इसी दौरान, भारी लकड़ी की अलमारी अचानक उसके ऊपर गिर गई।
शाम को जब माता-पिता घर लौटे तो कमरा अंदर से बंद मिला। काफी देर तक दरवाज़ा न खुलने पर हरजिंद्र सिंह ने वेंटिलेटर का शीशा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। अंदर का दृश्य देख वह स्तब्ध रह गया — उसका बेटा अलमारी के नीचे दबा पड़ा था।
मोहित को तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
🕯️ पुलिस ने की पुष्टि
बरोटीवाला पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई इस घटना की पुष्टि एएसपी अशोक वर्मा ने की है। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
प्राथमिक जांच से यह दुर्घटनावश मौत (Accidental Death) का मामला प्रतीत होता है।
🙏 परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
घटना के बाद परिवार और गांव में मातम छा गया है। परिजनों के अनुसार, मोहित पढ़ाई में तेज़ और आज्ञाकारी बच्चा था। इस हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
🔹 निष्कर्ष
यह दर्दनाक घटना एक गहरी सीख देती है कि घर में भारी फर्नीचर या अलमारी जैसी वस्तुओं को हमेशा दीवार से मजबूती से टिकाकर रखना चाहिए। लापरवाही कभी-कभी मासूम ज़िंदगियों को छीन सकती है।
