हरियाणा के 50 लोग अमेरिका से डिपोर्ट — डंकी रूट से गए थे विदेश, बेड़ियों में बांधकर भेजे गए भारत
हरियाणा से एक बड़ी और चिंताजनक खबर सामने आई है।
अमेरिका सरकार ने 50 भारतीय नागरिकों को डंकी रूट के जरिए वहां अवैध रूप से प्रवेश करने और अधूरे दस्तावेजों पर रहने के आरोप में देश से डिपोर्ट कर दिया है।
इन सभी को बेड़ियों में बांधकर एक विशेष विमान के जरिए दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचाया गया।
सूचना मिलते ही हरियाणा पुलिस के अधिकारी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे और वहां मौजूद लोगों की पहचान कर उन्हें उनके संबंधित जिलों के अधिकारियों को सौंप दिया गया। बाद में सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने के बाद अधिकतर लोगों को परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
✈️ अमेरिका से बेड़ियों में लाए गए भारतीय नागरिक
अमेरिका में गैरकानूनी प्रवासियों के खिलाफ सख्त अभियान चल रहा है।
अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, कई भारतीय नागरिक फर्जी वीज़ा या अधूरे दस्तावेजों के सहारे वहां काम कर रहे थे।
इनमें से अधिकतर लोग डंकी रूट यानी अवैध रास्ते से सीमा पार करके अमेरिका पहुंचे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, डिपोर्ट किए गए 50 लोगों में से सबसे ज्यादा करनाल जिले के 16 लोग और कैथल जिले के 14 लोग शामिल हैं। इसके अलावा कुरुक्षेत्र के पांच, जींद के तीन और अन्य जिलों के लोग भी हैं।
👮♂️ कैथल निवासी युवक हिरासत में
पुलिस जांच में पता चला कि कैथल जिले के तारागढ़ गांव के नरेश कुमार के खिलाफ दो आपराधिक केस दर्ज हैं —
एक शराब तस्करी से जुड़ा मामला और दूसरा चेक बाउंस का।
पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है, जबकि बाकी लोगों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
📅 3 नवंबर को आ सकती है दूसरी फ्लाइट
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की एक और खेप को 3 नवंबर को डिपोर्ट किया जा सकता है।
इस फ्लाइट में भी हरियाणा के कई लोगों के शामिल होने की संभावना है।
अमेरिकी पुलिस फिलहाल इन लोगों के दस्तावेजों और पहचान की जांच कर रही है।
🌍 डंकी रूट से विदेश जाने का खतरनाक ट्रेंड
हाल के वर्षों में हरियाणा और पंजाब के कई युवा अवैध रास्तों (डंकी रूट) से विदेश पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
यह रास्ते बेहद खतरनाक होते हैं — इनमें समुद्र, जंगल और सीमाओं से गुजरना पड़ता है।
कई मामलों में लोगों की जान तक चली जाती है या उन्हें विदेशी एजेंसियों द्वारा कैद कर लिया जाता है।
सरकार लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वैध दस्तावेजों के साथ ही विदेश जाएं और ऐसे दलालों के झांसे में न आएं जो तेज़ी से नौकरी या ग्रीन कार्ड दिलाने का झूठा वादा करते हैं।
⚠️ सावधानी और जागरूकता की जरूरत
इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि भारत से बड़ी संख्या में युवा अवैध तरीके से विदेश क्यों जा रहे हैं।
रोज़गार, बेहतर जीवन और पैसे की लालसा में लोग अपनी जान तक जोखिम में डाल देते हैं।
सरकार और समाज दोनों को मिलकर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि कोई भी युवा डंकी रूट जैसे खतरनाक रास्ते पर न जाए।
