🔥 Hot Deals Today: Shop Online on Myntra | Flipkart Special Offers | 🎧 Aroma NB121 Pods – 76% OFF | 📢 Share Your Press Release with Rashtra View: 📱 WhatsApp | 📧 Email: viewrashtra@gmail.com

कथियाड़ा में एक ही दिन में बुजुर्ग दंपती का निधन, रोपड़ी में सास की मौत के सदमे में बहू ने भी तोड़ा दम

Sumansorey
0

 

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक ही दिन में दो मार्मिक घटनाएँ घटित हुईं, जिन्होंने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया है।
एक ओर पंचायत सलोह के कथियाड़ा गांव में बुजुर्ग दंपती ने एक ही दिन संसार को अलविदा कह दिया, तो वहीं दूसरी ओर लंबागांव क्षेत्र के रोपड़ी गांव में सास की मौत का सदमा बहू बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने भी कुछ ही घंटों बाद दम तोड़ दिया।


💔 कथियाड़ा में पति-पत्नी ने एक ही दिन त्यागे प्राण

स्थानीय लोगों के अनुसार, कथियाड़ा गांव की 78 वर्षीय ब्रह्मी देवी पत्नी 90 वर्षीय बेलू राम मंगलवार सुबह लगभग 4:30 बजे चल बसीं। वह कुछ समय से अस्वस्थ थीं।
उनका अंतिम संस्कार दोपहर में पूरे गांव की उपस्थिति में किया गया। परिवार और ग्रामीण अभी इस गम से उबर भी नहीं पाए थे कि शाम करीब 7:30 बजे उनके पति बेलू राम ने भी अंतिम सांस ली।

बताया जा रहा है कि बेलू राम भी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। एक ही दिन में पति-पत्नी दोनों के चले जाने से परिवार पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है।
ब्रह्मी देवी और बेलू राम अपने पीछे तीन बेटे और एक बेटी को छोड़ गए हैं। बेलू राम का अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा।


😢 रोपड़ी गांव में सास की मौत के सदमे में बहू ने भी तोड़ा दम

वहीं, लंबागांव खंड की आशापुरी पंचायत के रोपड़ी गांव में भी एक हृदयविदारक घटना घटी। यहां 85 वर्षीय मकोड़ी देवी, पत्नी सर्वदयाल, का मंगलवार को निधन हो गया।
सास की मौत की खबर सुनते ही उनकी 55 वर्षीय बहू रेखा देवी इतनी व्यथित हुईं कि उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई।

परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
रेखा देवी के पति ओंकार मिस्त्री का कार्य करते हैं, जबकि उनके दोनों बेटे रोजगार के सिलसिले में घर से बाहर रहते हैं।

इन दोनों मौतों ने पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है। बताया गया है कि बुधवार को सास और बहू दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ गांव के श्मशानघाट पर किया जाएगा।


🙏 क्षेत्र में शोक की लहर

इन दोनों घटनाओं के बाद कांगड़ा जिले के ग्रामीण इलाकों में मातम पसरा हुआ है। लोग परिवारों को ढांढस बंधाने के लिए लगातार घर पहुंच रहे हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि यह घटनाएँ इस बात का प्रमाण हैं कि भावनात्मक जुड़ाव और आत्मिक संबंध कितने गहरे हो सकते हैं।


🌿 संवेदना संदेश

राष्ट्र व्यू परिवार दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करता है।
“जीवन अनमोल है, लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो मृत्यु के बाद भी साथ छोड़ते नहीं।”

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Accept) #days=(20)

Rashtra View uses cookies to improve your browsing experience and to show relevant ads. By clicking Accept, you agree to our use of cookies. Learn More

Accept
To Top