ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार से जुड़ा विदेशी हथियार मामले में एक बार फिर अदालत में पेशी टल गई है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने अदालत को पत्र भेजकर शॉर्ट नोटिस और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सुशील को पेश करने से इनकार कर दिया।
यह लगातार तीसरी बार है जब अदालत द्वारा जारी प्रोडक्शन वारंट के बावजूद सुशील पहलवान को झज्जर लाया नहीं जा सका। पुलिस को उम्मीद थी कि इस बार सुशील की पेशी होगी, लेकिन जेल प्रशासन की ओर से इनकार मिलने पर पुलिस निराश रह गई।
⚖️ अदालत का सख्त रुख, नया वारंट जारी
झज्जर की अदालत ने अब चौथी बार सुशील कुमार की पेशी सुनिश्चित करने के लिए 20 नवंबर 2025 की नई तारीख तय की है। साथ ही, अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वे तिहाड़ जेल तक सुरक्षा गार्ड भेजकर पहलवान की अदालत में पेशी सुनिश्चित करें।
अदालत ने साफ कहा है कि अब आगे पेशी में कोई देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि अगली बार भी पेशी नहीं होती है, तो इस मामले में जेल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है।
🔫 क्या है विदेशी हथियारों का मामला
यह मामला सुशील कुमार पर विदेशी हथियारों की सप्लाई और अवैध कब्जे से जुड़ा हुआ है। पुलिस की जांच के अनुसार, सुशील पर आरोप है कि उन्होंने कुछ लोगों के माध्यम से विदेशी हथियार हासिल किए थे।
हालांकि, इस मामले में सुशील कुमार ने अब तक सभी आरोपों से इनकार किया है और खुद को निर्दोष बताया है।
🚨 तिहाड़ जेल प्रशासन का पक्ष
तिहाड़ जेल प्रशासन ने अदालत को भेजे गए पत्र में कहा है कि सुशील की पेशी के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया गया था। सुरक्षा के मद्देनज़र इतनी जल्दी व्यवस्था करना संभव नहीं था।
प्रशासन ने यह भी बताया कि अदालत के अगले आदेश के अनुसार वे पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पेशी सुनिश्चित करेंगे।
📢 निष्कर्ष
लगातार तीन बार पेशी टलने से यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। अब सभी की निगाहें 20 नवंबर 2025 की सुनवाई पर टिकी हैं, जब यह साफ होगा कि सुशील कुमार अदालत में पेश होते हैं या नहीं।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अगली बार किसी भी सूरत में सुशील की अदालत में पेशी करवाई जाएगी।
