हिमाचल प्रदेश में मौसम एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते राज्य के कई इलाकों में अगले दो दिनों तक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिले में हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
राजधानी शिमला में फिलहाल धूप खिली हुई है, जबकि सुंदरनगर में मध्यम कोहरा और मंडी व बिलासपुर में हल्का कोहरा दर्ज किया गया। राज्य के सात स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम दर्ज किया गया है, जिससे सुबह और शाम के समय ठंड बढ़ गई है।
🌦️ जानिए 6 नवंबर तक कैसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार,
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3 नवंबर से नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा।
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इसके असर से 4 और 5 नवंबर को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
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31 अक्तूबर से 3 नवंबर और 6 नवंबर को मौसम साफ रहने की उम्मीद है।
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अगले दो-तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं, लेकिन इसके बाद इसमें 2 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है।
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वहीं, अधिकतम तापमान में भी अगले दिनों में 4 से 5 डिग्री की कमी आने की संभावना है।
❄️ मुख्य स्थानों का न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में):
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शिमला: 10.5°C
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केलांग: 0.1°C
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मनाली: 5.9°C
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कल्पा: 4.1°C
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कुकुमसेरी: -1.2°C
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ताबो: -0.8°C
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धर्मशाला: 17.8°C
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ऊना: 15.5°C
इन आंकड़ों से साफ है कि ऊंचाई वाले इलाकों में ठंड ने दस्तक दे दी है और आने वाले दिनों में तापमान और नीचे जा सकता है।
🌧️ 124 वर्षों में 14वीं सबसे अधिक अक्तूबर की बारिश
हिमाचल प्रदेश में इस साल अक्तूबर महीने में 68.5 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 173% अधिक है। यह 1901 के बाद से 14वीं सबसे अधिक बारिश रही। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार,
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सिरमौर जिले में सबसे अधिक 96.9 मिमी बारिश दर्ज की गई,
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जबकि किन्नौर जिले में सबसे कम 37.6 मिमी वर्षा हुई।
इससे पहले 1955 में अक्तूबर माह में सबसे अधिक 413.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। 2005 के बाद यह पहली बार है जब अक्तूबर में इतनी अधिक बारिश हुई है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश जल स्रोतों के लिए तो राहतभरी है, लेकिन लगातार सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्दियों की शुरुआत इस बार जल्दी हो सकती है।
