लाहौल घाटी सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट बदल ली है। राज्य के ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी और राजधानी शिमला सहित कई हिस्सों में लगातार बारिश से ठंड में इजाफा हो गया है। लाहौल घाटी में शनिवार देर रात से ही बर्फबारी का दौर जारी है।
कई मार्ग बर्फबारी से बंद
भारी बर्फबारी के चलते दारचा-शिंकुला, दारचा-बारालाचा, और कोकसर-लोसर मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं।
वहीं, रोहतांग दर्रा, अटल टनल का नॉर्थ पोर्टल, दारचा, जिस्पा और सेवन सिस्टर पीक में भी ताजा बर्फ की मोटी परत जमी है।
बारालाचा, शिंकुला और कुंजम दर्रा की ऊंची चोटियां बर्फ की सफेद चादर से ढक गई हैं, जिससे इलाकों की खूबसूरती और भी निखर उठी है।
पांगी क्षेत्र का संपर्क टूटा
बर्फबारी के कारण पांगी-चंबा वाया सचे जोत मार्ग बंद हो गया है, जिससे पांगी क्षेत्र का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। अब स्थानीय लोगों को कुल्लू-मनाली मार्ग के रास्ते चंबा पहुंचना होगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग के अलर्ट का पालन करें।
अक्टूबर में पहली बर्फबारी से बढ़ी सर्दी
अक्टूबर की शुरुआत में ही इस साल की पहली बर्फबारी ने सर्दियों की दस्तक दे दी है। ऊंचाई वाले इलाकों में शीतलहर का असर साफ दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तापमान अचानक गिर गया है और लोग ठंड से बचने के लिए घरों में दुबक गए हैं।
पर्यटक स्थलों की रौनक बढ़ी
हालांकि बर्फबारी से पर्यटकों में उत्साह देखने को मिल रहा है। लाहौल-स्पीति, मनाली और शिमला जैसे पर्यटन स्थलों पर पर्यटक पहुंचने लगे हैं। होटल कारोबारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में मौसम में यह बदलाव टूरिज़्म सीजन को बढ़ावा देगा।
🗓️ निष्कर्ष:
हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही सड़क बंद होने और ठंड बढ़ने की चुनौती भी सामने आई है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित यात्रा करने की अपील की है।